चक्रवृद्धि ब्याज(Compound Interest ) :- जब मूलधन के साथ ब्याज जुड़कर उस धन पर भी ब्याज लगाया जाता हैं , तो वह चक्रवृद्धि ब्याज कहलाता है।
चक्रवृद्धि ब्याज की शर्ते :-
- वार्षिक शर्त
- अर्ध्दवार्षिक शर्त
- त्रेमासिक शर्त
- वार्षिक शर्त :- ब्याज का हिसाब 1 वर्ष से करके प्राप्त ब्याज मूलधन में जोड़ना।
- अर्ध्दवार्षिक शर्त :- ब्याज का हिसा वर्ष में दो बार करके प्राप्त ब्याज को मूलधन में जोड़ना।
नयी दर = R /2 , नया समय = 2 * समय
3. त्रेमासिक शर्त :- ब्याज का हिसाब वर्ष में चार बार करके ब्याज को मूलधन में जोड़ना।
जब शर्त तिमाही हो तो दर को एक चौथाई व समय को चार गुना करते है।
नयी दर = R /4 , नया समय = 4 * समय
इसको समझने के लिए पीडीएफ देखे