त्रिभुज (triangle) :- तीन भुजाओ से घिरी आकृति को हम त्रिभुज कहते है। इन के तीनों अंतः कोनो का योग 180° होता है। त्रिभुज की भुजाओ और कोणों के आधार पर दो प्रकार से विभक्त किया गया है।
1. भुजाओं के आधार पर
2. कोणों के आधार पर
1. भुजाओं के आधार पर :- भुजाओ के आधार पर त्रिभुज को निम्न प्रकार से बांटा गया है।
(a) समबाहु त्रिभुज (Equilateral triangle) :- वह त्रिभुज जिसकी तीनों भुजाएँ सामान हो। तथा प्रत्येक कोण का मन सामान होता है। इस त्रिभुज समबाहु त्रिभुज कहलाता है।
समबाहु त्रिभुज की विशेषताए :-
1. तीनों भुजाये बराबर
2. तीनों कोण बराबर
3. माध्यिका 2:1 में काटती है
4. क्षेत्रफल = √3/4*(भुजा)2
5. ऊँचाई = √3/2*भुजा
6. परिमाप = 3*भुजा
7. अंतः वृत्त की त्रिज्या = भुजा / 2√3
8. परिवृत्त की त्रिज्या = भुजा / √3
(b) समद्विबाहु त्रिभुज (Isosceles triangle) :- ऐसा त्रिभुज जिसकी दो भुजाये बराबर हो, समद्विबाहु त्रिभुज कहलाता है।
समद्विबाहु त्रिभुज की विशेषताए :-
क्षेत्रफल = 1/2 आधार x ऊंचाई
(c) विषमबाहु त्रिभुज :- वह त्रिभुज जिसकी तीनों भुजाये अलग अलग हो , तो इस त्रिभुज विषमबाहु त्रिभुज कहलाता है।
2. कोणों के आधार पर :- कोण के आधार पर त्रिभुज निम्न प्रकार के होते है।
(a) न्यून कोण त्रिभुज :- इस त्रिभुज जिसके प्रत्येक कोण 90° से कम के हो इस त्रिभुज न्यून कोण त्रिभुज कहलाता है।
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(b) समकोण त्रिभुज :- वह त्रिभुज जिसका एक कोण 90° हो , इस प्रकार के त्रिभुज समकोण त्रिभुज कहलाते है। इसी में पाइथागोरस प्रमेय लगती है।
पाइथागोरस का सूत्र =
(c) अधिककोण त्रिभुज :- इस त्रिभुज जिसका एक कोण 90° से बड़ा हो, इस प्रकार के त्रिभुज को अधिककोण त्रिभुज कहते है।
इसको समझने के लिए वीडियों देखे
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